है युवाशक्ति , है धीर वीर जब तक नभ पर , चंदा सविता । मत कामरता का वरण करो, आवाहन करती है कविता।। चढ़ चलो श्रृंग के शिखरों पर, बढ़ चलो लिए कर में मशाल । कुछ बहु हो…
है युवाशक्ति , है धीर वीर जब तक नभ पर , चंदा सविता । मत कामरता का वरण करो, आवाहन करती है कविता।। चढ़ चलो श्रृंग के शिखरों पर, बढ़ चलो लिए कर में मशाल । कुछ बहु हो…