हमारे बारे में
हिंदी साहित्य की वाचक परंपरा कवि-सम्मलेन, जिसका उद्देश्य समाज का दर्पण होकर उसे उसके गुणों एवं अवगुणों से परिचित करवाते हुए एक उचित दिशा प्रदान करना है। कवि-सम्मलेन की ये परंपरा लम्बे समय से सामजिक चेतना का ये कार्य करती आ रही है। इसी परंपरा को सहेजने और संवारने का कार्य करने के उद्देश्य से हमने यह माध्यम तैयार किया है।
आज भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में कवि-सम्मलेन आयोजित किये जाते हैं। भारत में तो छोटे-छोटे गाँवों से लेकर दिल्ली के लाल-किले तक विभिन्न अवसरों पर कवि-सम्मेलनों का आयोजन किया जाता है। दुनियाभर के हिंदी प्रेमी भारत के साथ-साथ अमेरिका, ब्रिटेन, अरब, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड, नेपाल, कनाडा आदि देशों में कवि-सम्मेलन आयोजित करते हैं। इन कवि-सम्मेलनों में भारत से कवियों को आमंत्रित किया जाता है।
इस वेबसाइट के माध्यम से हमने हिंदी काव्य साहित्य को संकलित करने का एक प्रयास किया है। इस मंच पर आपको महाकवियों के साथ-साथ समकालीन कवियों की रचनाएँ भी पढ़ सकते हैं। इसके साथ ही नवोदित कवियों की कविताओं को भी मंच प्रदान किया जाता है, जिससे हम कवि-सम्मेलन के इतिहास और वर्तमान को सहेजने के साथ-साथ इसके भविष्य को तैयार करके इस परंपरा की पताका उनके हाथों में दे सकें।
इसके अतिरिक्त कवि-सम्मेलन एवं साहित्य जगत से सम्बंधित घटने वाली घटनाओं एवं इसमें होने वाले परिवर्तनों के बारे में भी आप यहाँ पढ़ सकते हैं। हिंदी साहित्य की ये गौरवशाली वाचक परंपरा सनातन रूप से इसीलिए अनवरत आगे बढ़ रही है क्योंकि इसमें समय-समय पर विद्वानों द्वारा जनसामन्य के अनुरूप आवश्यक परिवर्तन किए जाते रहते हैं। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए हम भी आगे बढ़ रहे हैं। कवि-सम्मेलन का ये परिवार आपका अपना परिवार है और इसमें हम आगे क्या कर सकते हैं इसके लिए आपके सुझाव हमेशा आमंत्रित हैं।